Ambala (हरियाणा का अम्बाला जिला) Part-2

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प्रसिद्ध स्थल

महर्षि मारकंडेश्वर विश्वविद्यालय, मुलाना – महर्षि मार्कंडेश्वर एजुकेशन ट्रस्ट की स्थापना तरसेम कुमार गर्ग के प्रयासों से सन् 1993 में हुई थी। ईस ट्रस्ट के द्वारा सन 1995 में एम. एम. इंजीनियरिंग कॉलेज भी प्रारंभ किया गया था। वर्ष 2007 में इस संस्थान में महर्षि मारकंडेश्वर विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त किया था। यह राज्य का प्रथम स्वपोषित विश्वविद्यालय है।


गुरुद्वारा लखनौर साहिब – अंबाला-सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी की माता का जन्म स्थान होने के कारण इस गांव को गुरु गोविंद सिंह का ननिहाल होने का गौरव प्राप्त है। लखनौर साहिब का प्राचीन नाम लखनावती, लखनपुर और लखनौती इत्यादि के रूप में दर्ज है।

अंबिका देवी मंदिर – अंबाला शहर के मंदिरों में अंबिका देवी मंदिर का ऐतिहासिक महत्व है। मान्यता है कि द्वापर में कौरवों और पांडवों के समय अंबा, अंबिका और अंबालिका की याद में मां भवानी का यह मंदिर बनवाया गया था।
दरगाह नौगजा पीर – अंबाला-शाहबाद मार्ग पर अंबाला से 12 किलोमीटर दूर स्थित बाबा नौगजा पीर की दरगाह एक दर्शनीय स्थल है।
सेंट पॉल चर्च – इस चर्च का निर्माण जनवरी 1857 मे हुआ था, जो भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान 1965 में नष्ट हो गया था। सेंट पॉल चर्च अर्धगोथिक शैली से निर्मित है।
किंग फिशर – दिल्ली-अंबाला-अमृतसर हाईवे पर स्थित किंगफिशर एक बहुत ही आकर्षक और सुंदर पर्यटक स्थल है। यह ब्रिटिश राज में घुडसवाल और कैंट एरिया हुआ करता था।

अंबाला के प्रमुख व्यक्ति
जूही चावला  यह एक फिल्म अभिनेत्री हैं।

ओम पुरी यह एक फिल्म अभिनेता हैं। इनका जन्म 8 अक्टूबर 1952 को हुआ था और ईनकी मृत्यु 6 जनवरी 2017 को हुई।

जोहराबाई  यह एक प्रसिद्ध गजल गायिका हैं। इन्होंने 1940 से 1950 के बीच में लगभग 1200 गाने गाए हैं और इनका एक महत्वपूर्ण गजल है अखियां मिला रे जिया
परिणीति चोपड़ा  यह एक फिल्म अभिनेत्री हैं। 
भगवतीदास  यह एक प्रसिद्ध जैन साहित्यकार हैं।
सुषमा स्वराज यह एक राजनीतिक है। यह वर्तमान में भारत की विदेश मंत्री हैं।
सुचेता कृपलानी - सुचिता कृपलानी उत्तर प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थी जो अंबाला जिले से संबंधित थी
विशंभर नाथ कौशिक  इनके द्वारा दुबे की चिड़िया नामक प्रसिद्ध हास्य व्यंग लिखा गया है।
नाथूराम गोडसे  - नाथूराम गोडसे को अंबाला जेल में ही फांसी दी गई थी। जिनका वास्तविक नाम विनायक दामोदर था। इनका बचपन एक लड़की की तरह कटा था।

अब्दुल गफ्फार खान  लोहा गांव से संबंधित है। ईनका जन्म 1888 में हुआ था और उनकी मृत्यु 16 जून 1976 को हुई थी।
काशीराम जोश  ये मारोली गांव से संबंधित है। इनका जन्म 14 अक्टूबर 1883 को हुआ था। और इनकी मृत्यु 27 मार्च 1915 को फांसी देकर हुई थी।
अंबाला के प्रमुख मेले
वामन द्वादशी का मेला अंबाला
तीज का मेला पंजा खेडा
शारदा देवी का मेला त्रिलओक
प्रमुख नदियां – मारकंडा, टांगरी और घग्घर यहां की प्रमुख नदियां हैं
अंबाला की कुछ महत्वपूर्ण खास बातें
  यूरोपियन सिमेट्री भी अंबाला में स्थित है।

  सिलाई मशीन का उद्योग भी अंबाला में स्थित है।

  हरियाणा में सबसे अधिक नगर अंबाला में ही हैं।

  हरियाणा में सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन अंबाला ही है। 

  अंबाला को Twin City के नाम से भी जाना जाता है।


  सूर्यकुंड गुरुद्वारा गुरुद्वारा मंजी साहिब अंबाला में स्थित हैं।

  दूसरे विश्व युद्ध से पहले यहां का शीशा उद्योग भी काफी प्रसिद्ध था।

  अंबाला में लोकसभा सीट रिजर्व हैं वर्तमान में जिसके सांसद रतनलाल हैं।

  हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे देश में वैज्ञानिक उपकरणों का 20% निर्यात अकेले अंबाला के द्वारा ही किया जाता है।

  अंबाला को साइंटिफिक सिटी, मिक्सी सिटी और वैज्ञानिक उपकरणों की नगरी के नाम से भी जाना जाता है।


  हरियाणा मे आम का सबसे अधिक उत्पादन अंबाला में होता है। आमों का मेला पिंजौर में लगता है।

  लहसुन करनाल

  हल्दी यमुनानगर

  अगर बात की जाए देशों की तो सबसे अधिक फल चीन में उसके बाद भारत में होते हैं।

  फलों का राजा आम को और फलों की रानी लीची को कहा जाता है।

  हरियाणा में पक्की सड़कों का सबसे अधिक घनत्व अंबाला में ही है और अगर बात की जाए भारत की तो भारत में सबसे अधिक सड़कों का घनत्व महाराष्ट्र में है।


  अंबाला कैंट उत्तर भारत की प्रमुख छावनी है। जिसकी स्थापना 1843 में की गई थी।

  हरियाणा में पहला डाकघर 1860 में अंबाला मे ही खोला गया।

  अंबाला के उत्तर पूर्व में स्थित शिवालिक श्रेणीयां अंबाला की प्रमुख पर्वत माला हैं।

  नंगल उत्थान सिंचाई परियोजना अंबाला में स्थित है।

   श्री दीवान कृष्ण किशोर सनातन धर्म आदर्श संस्कृत महाविद्यालय भी यहीं पर स्थित है। 


  सन 1857 के शहीदों के सम्मान के लिए 22 एकड़ में स्मारक स्थल भी अंबाला में ही बनाया जाएगा।

  वर्ष 1956 में आत्माराम जयन ने ही अंबाला से विजयानंद नामक मासिक पत्र निकाला था।

  हरियाणा में सबसे सस्ता भोजन योजना भी अंबाला से ही शुरू की गई है। (14 जनवरी 2018)

   भारत में सबसे पहले सस्ता भोजन योजना तमिलनाडु से शुरू की गई है। जहां पर 10 में भरपेट भोजन दिया जाता है। जिसका समय 10:00 बजे से 2:00 बजे तक का है।

  अंबाला में स्थित नगर सरुधना कभी मध्यकाल के दौरान देश की राजधानी भी हुआ करता था।


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